
“दूरबीन लेकर भी खोजेंगे तो कांग्रेस नहीं मिलेगी।” — अमित शाह का यह बयान असम में हुए हालिया पंचायत चुनावों के नतीजों पर कांग्रेस की स्थिति को बखूबी बयां करता है।
केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अमित शाह ने असम में एनडीए पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन के दौरान कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस अब राज्य की राजनीति में “गायब” हो चुकी है।
कांग्रेस हुई आउट ऑफ कवरेज एरिया?
शाह ने तंज कसते हुए कहा कि जब पंचायत चुनाव के नतीजे आए, तो कांग्रेस का ऐसा सफाया हुआ कि “दूरबीन से भी नहीं दिखे”।
हॉल में मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने तालियों और हँसी के साथ इस बयान का ज़ोरदार स्वागत किया।
कांग्रेस की यह हालत बताती है कि वह अब असम के ग्रामीण मतदाता से पूरी तरह कट चुकी है।
BJP की जीत = Governance + Ground Connect
शाह ने इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय सीधे मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को दिया। उन्होंने कहा कि ये नतीजे BJP सरकार की विकास योजनाओं, ग्राउंड लेवल पर डिलीवरी और शासन पर जनता के भरोसे का प्रतीक हैं।
“असम में बीजेपी की सरकार ने जो काम ज़मीन पर किया है, जनता ने उसी का जवाब वोट से दिया है।”

भाजपा की रणनीति साफ — 2026 विधानसभा चुनाव का ट्रायल रन!
यह पंचायत चुनाव सिर्फ स्थानीय निकाय की लड़ाई नहीं था, बल्कि इसे भाजपा ने 2026 विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल की तरह लड़ा।
अमित शाह की यह टिप्पणी संकेत देती है कि भाजपा अब ‘कांग्रेस मुक्त असम’ मिशन को पूरी तरह लागू करने के मोड में है।
कांग्रेस के लिए ‘गूगल मैप’ भी नहीं बचा?
अब सवाल ये है कि असम में कांग्रेस की वापसी कब और कैसे होगी?
या फिर आने वाले दिनों में भाजपा का ये दावा सही साबित होगा कि –“कांग्रेस अब सिर्फ इतिहास की किताबों में मिलेगी, न कि पंचायत में।”
“मोदी जी रिटायर होंगे… सपना मत देखो!”-“ऐसा कुछ प्लान ही नहीं है!”
